टीचर्स डे को (shikshak diwas) ध्यान में रखते हुए, एक बहुत ही शानदार स्क्रिप्ट यहां पर दी गई है। जिसको आप अपने भाषण में Add कर सकते हैं या फिर आप इसी को याद करके व तैयारी करके, अच्छे तरीके से मंच पर बोल सकते हैं।
शिक्षक दिवस (Shikshak Diwas) पर शानदार भाषण 🎤📚🌻
सबसे पहले आप सभी को इस पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। कार्यक्रम में उपस्थित सभी श्रोताओं तथा मेरे प्यारे साथियों का स्वागत करता/ करती हूं।
दोस्तों आप सभी को पता होगा कि 5 सितंबर को हम डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में मानते हैं। उन्होंने टीचर के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए एक बार कहा था कि “अच्छा टीचर वह होता है जो ताउम्र सीखता रहता है और अपने छात्रों से सीखने में भी कोई परहेज़ नहीं दिखाता।”
मैं कहना चाहूंगा/ चाहूंगी कि आज के समय में अगर किसी को अच्छा अध्यापक या अच्छा शिष्य बनना है तो उसे अपने अहम् को एक तरफ़ रखना होगा, खुद को समर्पित करना होगा क्योंकि गलती हर इंसान से होती है। जो लोग अपनी कमियों को स्वीकार करके, उसमें सुधार करके, कुछ नया सीखते हैं, वो जीवन में प्रगति करते जाते हैं।
वहीं दूसरी तरफ़ जो लोग अपनी कमियों को मानने से इनकार कर देते हैं, वो कभी कुछ नया नहीं सीख पाते और जीवन में वही के वहीं रह जाते हैं।
शिक्षा का अर्थ यह नहीं कि हम किताबी पढ़ाई ही करते जाएँ और जीवन मूल्यों की तरफ़ बिल्कुल ध्यान ना दें। बल्कि शिक्षा का अर्थ अपने आप को आने वाले भविष्य के लिए तैयार करना, चुनौतियों का सामना करना तथा अपने अधिकार मांगने के साथ-साथ दायित्वों को निभाना है। इसलिए शिक्षा के महत्व को समझते हुए, हमें शिक्षकों के बताए मार्ग पर चलना चाहिए तथा उनका सम्मान करना चाहिए।
विद्यार्थी जीवन में हमें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, विभिन्न तरह के उतार चढ़ाव आते हैं और उम्र के अनुसार हमें अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाने की ज़रूरत होती है। लेकिन ऐसा कर पाने में हम तभी सफल होंगे, जब हम अच्छे गुरुओं के संपर्क में रहकर, सीखने के लिए समर्पित रहेंगे।
जैसा कि डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने कहा था “शिक्षक वह नहीं जो छात्र के दिमाग में तथ्यों को जबरन ठूंसे, बल्कि वास्तविक शिक्षक तो है जो उसे आने वाले कल की चुनौतियों के लिए तैयार करे।”
अंत में मैं अपने शिक्षकों के बारे में कुछ बातें कहकर अपनी वाणी को विराम देता/देती हूं।
शिक्षकों के लिए प्यार भरे शब्द ❤🌻🙌
➡ मैं परमात्मा का धन्यवाद करता/ करती हूं, जिन्होंने हमें ऐसे शिक्षकों से मिलवाया, जो पढ़ाई के साथ-साथ हमें जीवन से जुड़ी अनेक बातें बताते हैं।
➡ उनकी शिक्षा सिर्फ़ किताबों पर आधारित नहीं है बल्कि जीवन को एक नया रूप देती हैं।
➡ जब भी हमारा आत्मविश्वास कम होता है तो हमारे शिक्षक प्रेरणा देकर फिर से हमारे अंदर जोश भर देते हैं।
➡ भगवान ऐसे गुरु सभी को दें, जो खुद के भले के साथ-साथ बच्चों का भी भला सोचते हैं और जीवन को नए तरीके से जीने की सीख देते हैं।
➡ मैं तहे दिल से अपने सभी अध्यापकों/ गुरुओं/ शिक्षकों/ टीचर्स का आभार व्यक्त करता/ करती हूं।
मैं आशा करती हूं कि यह स्क्रिप्ट आपके बहुत काम आएगी और आपके भाषण को एक नया रूप दे पाने में समर्थ होगी।
धन्यवाद 🙏