अपने बच्चे की अच्छी परवरिश करना और उसे आगे बढ़ते हुए देखना हर पेरेंट्स का सपना होता है। हो सकता है इसके लिए पेरेंट्स (Parents) नए-नए तरीके ढूंढते रहते हैं लेकिन क्या होगा अगर आपकी छोटी-छोटी गलतियां आपके सपने पर पानी फिर देंगी। अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा दूसरे बच्चों से बिल्कुल अलग दिखे तो ऐसी गलतियां करने से बचें जिनके कारण बच्चे के जीवन पर गलत प्रभाव पड़ेगा।
➡️ सारा दिन बोलते रहना –
बहुत सारे पेरेंट्स (Parents) ऐसे होते हैं जिनको छोटी छोटी बातों पर बोलने की आदत होती है या आपस में बहुत छोटी चीज को लेकर झगड़ते रहते हैं जिसके कारण घर में एक निराशाजनक और उदासी भरा माहौल बन जाता है और बच्चे उसमें रहना पसंद नहीं करते क्योंकि वहां पर उनको प्यार और अपनेपन से ज्यादा और अलगाव वाली फीलिंग्स आती है। किसी परिवार में लगातार ऐसा चलते रहने से परिवार के सदस्यों या पेरेंट्स और बच्चों के बीच दूरियां बढ़ाने लगती हैं और बच्चों का पेरेंट्स पर से विश्वास धीरे-धीरे कम होने लगता है। माता-पिता होने के नाते आपको इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे के सामने अपने आप को गलत तरीके से पेश न करें और किसी बात पर झगड़ने की बजाय उससे पहले यह सोचें कि क्या वास्तव में यह बात झगड़ा करने से सुलझेगी या आपकी आपसी समझ से समस्या का हल हो जाएगा।
➡️ हर वक्त ज्ञान देना –
ऐसे पेरेंट्स को बच्चे बिल्कुल पसंद नहीं करते जो हर समय उनको ज्ञान देते रहते हैं कि ऐसा मत करो वैसा मत करो। माता-पिता के रूप में आपको यह समझना चाहिए कि हर बच्चे की अपनी अलग प्रकृति होती है। ज़रूरी नहीं कि वो आपके कहे अनुसार काम करें या उनके अंदर आपके जितनी समझ हो। ज्यादा रोक-टोक करने से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है जो भविष्य में उनके लिए कई मुसीबतें भी खड़ी कर सकता है ज्ञान देना या जागरूक करना अच्छी बात है लेकिन एक लिमिट के बाद यह आपके लिए सर दर्द बन सकता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें की अगर बच्चों द्वारा छोटी-मोटी गलतियां होने के चांस है तो उन्हें करने दें ताकि वो उनसे सीखें और अपने बचपन को बिना किसी मानसिक दुविधा के अच्छे से जी सकें।
➡️ लोगों से गलत बर्ताव –
भले ही आप अपने बच्चों को सही व्यवहार करने के लिए कितना भी समझाएं लेकिन अगर आपका व्यवहार सही नहीं है तो आपकी कही गई बातें उनके ऊपर असर नहीं करेंगी। बहुत से पेरेंट्स ऐसे होते हैं जो दूसरों को अपशब्द बोलते हैं या उनके साथ सही व्यवहार नहीं करते लेकिन अपने बच्चों को ऐसा करने से मना करते हैं क्योंकि कोई भी पेरेंट्स नहीं चाहते कि उनके बच्चे गलत रास्ते पर चलें। इससे पहले आपको ध्यान रखना होगा कि बच्चे सबसे ज्यादा आपको देखकर सीखते हैं। इसीलिए जैसे बिहेवियर की उम्मीद आप अपने बच्चों से करते हैं आपको भी उनके सामने वैसा ही बर्ताव करना होगा ताकि वो आपको बेहतर माता-पिता के रूप में देखें और आपके मार्गदर्शन में अच्छी चीजें सीखते रहें।
➡️ जिद्द करना –
सोच कर देखिए कितना अजीब लगता है जब पेरेंट्स छोटे-छोटे बच्चों के साथ अपनी बात को लेकर जिद्द पर अड़ जाते हैं। अगर देखा जाए तो यह बच्चों को और जिद्दी बनाने का तरीका है क्योंकि बच्चे चाहते हैं कि पैरंट्स उनकी बात माने और माता-पिता चाहते हैं कि बच्चे उनकी बात माने, जिसके कारण विचारों के बीच टकराव पैदा हो जाता है। अगर बच्चे गलत चीज के लिए जिद्द कर रहे हैं तो आपको उसके साथ बहस करने की बजाय कोई दूसरा तरीका अपनाना चाहिए ना की आप खुद उसके साथ उलझ जाएं। ऐसा करना समझदार माता-पिता होने की निशानी है। नाजायज़ जिद्द को पूरी करना कभी भी सही नहीं होता। अगर आपके बच्चे ऐसा करते हैं तो आप उनके जैसा ना बने बल्कि उनकी आदत को छुड़वाने का प्रयास करें। धीरे-धीरे आपके रिश्तों के बीच मधुरता और भी बढ़ती जाएगी।
➡️ खुद की गलती ना मानना –
बच्चों को सबसे ज्यादा गुस्सा तब आता है जब उनके माता-पिता तो अपनी गलती मानते नहीं लेकिन उनकी गलती पर उनको भला बुरा कहते रहते हैं। पेरेंट्स होने के तौर पर आप चाहे बच्चों से कितने भी बड़े हों लेकिन जरूरी नहीं कि आपसे कभी गलतियां नहीं होती या आप माफी नहीं मांग सकते। अगर आप बच्चों की गलतियों पर उनको समझाते हैं या डांटते हैं और माफी मांगने को कहते हैं तो आप भी ऐसा करें क्योंकि आपको देखकर वो भी झुकना और गलतियों को स्वीकार करना सीखेंगे। यह चीज फ्यूचर में उनको बहुत मदद करेगी क्योंकि बिना गलती माने और अहंकार के कारण हम कुछ नया नहीं सीख सकते। जिसके कारण हमारी सफलता में सबसे बड़ी रुकावट आ सकती है।
आशा करती हूं इस आर्टिकल से आपको कुछ नया सीखने में मदद मिली है। हर पेरेंट्स बेहतर बन सकते हैं। बस एक अच्छी शुरुआत और उस पर काम करने की ज़रूरत है।