किसी भी रिश्ते में दरार आना अधिकतर अहंकार का परिणाम होता है जिसके चलते बच्चों को भी उसका परिणाम भुगतना पड़ सकता है। पेरेंट्स से पहले अगर आप पति-पत्नी के निजी रिश्ते के रूप में अपने आप को बेहतर करने का प्रयास करेंगे तो यह आपको पेरेंटिंग स्टाइल में बहुत ज्यादा मददगार साबित हो सकता है। इसके लिए आपको यह समझने की जरूरत है कि वो कौन सी बातें हैं जिनको आपको हर वक्त ध्यान रखना होगा।
➡️ जिम्मेदारियां बांटें –
ऐसा देखा गया है कि जो पति-पत्नी कामों को आपस में बांटकर पूरा करते हैं और किसी एक पर ही सारी जिम्मेदारी नहीं थोपते उनमें प्रेम ज्यादा होता है क्योंकि वो एक दूसरे को समझते हैं और साथ देते हैं। अगर आप अभी अपने हस्बैंड वाइफ के रिश्ते में मधुरता लाना चाहते हैं तो छोटे-छोटे कामों में एक दूसरे का सहयोग करें। इसके अलावा आप अपनी इच्छा जाहिर करते हुए यह भी कह सकते हैं कि क्या मैं आपकी मदद कर सकता/ सकती हूं क्योंकि कई बार एक थके हुए इंसान के साथ बोले गए प्रेम भरे शब्द भी उसकी आधी थकान को दूर कर देते हैं जिसके कारण रिश्तों के लंबे समय तक टिके रहने की संभावना अधिक होती है।
➡️ आजादी दें –
अगर इतिहास उठाकर देखें तो हम पाएंगे कि स्त्रियां हमेशा से दबती आई हैं। उनका शोषण होता आया है। क्योंकि हमारा समाज पुरुष प्रधान रहा है तो स्त्री को अपने हक से जीने का अधिकार नहीं है। मगर अब समय के अनुसार अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है।
मुझे याद है हमारी रिश्तेदारी में एक ऐसा परिवार है जिनके पास धन दौलत संपत्ति भरपूर मात्रा में है। मगर उनके घर की बहुओं को बिल्कुल भी आजादी नहीं है। उनके पति इस बात पर गौर नहीं करते और उनकी सास भी इस बात को नहीं समझती। जिसके कारण उन बहुओं के अंदर प्रेम और करुणा के भाव नहीं है। इसी बीच उनके बच्चे भी हर रोज डांत खाते रहते हैं और उनकी ऐसी मानसिकता का शिकार हो रहे हैं।
पति-पत्नी के रूप में दोनों को सामान अधिकार और आजादी की जरूरत है, यह बात आपको समझनी होगी। अगर एक लड़की शादी के बाद भी पढ़ाई करना चाहती है, अपने सपने पूरे करना चाहती है तो बिना किसी डर के कामयाब होने के लिए उसका साथ दें।
➡️ मुश्किल समय में साथ रहें –
परिवार में जब भी लड़ाई झगड़ा होता है तो सभी सदस्य एक दूसरे को दोष देने में लगे रहते हैं। मगर सबसे दुखदाई स्थिति वह है जब एक सास अपनी बहू को बिना वजह के तंग करती है और उसका पति उसके साथ खड़े होने की बजाय उसी को डांटना शुरू कर देता है। यहां पर पति-पत्नी के रिश्ते में गैप आना स्वाभाविक है क्योंकि जिस व्यक्ति के साथ एक लड़की शादी करके आई है अगर उसको उसी का सपोर्ट नहीं मिल रहा है तो ऐसे रिश्ते का क्या फायदा।
यही सोचकर वह अंदर ही अंदर घुटती रहती है।
अगर आप भी ऐसा करते हैं तो आज ही से करना बंद कर दीजिए क्योंकि पति-पत्नी का रिश्ता विश्वास, प्रेम और सहयोग पर चलता है। अगर आप एक दूसरे को यही नहीं दे पाएंगे तो रिश्तों में दरार आना लाज़मी है।
➡️ घूमने जाएं –
एक दूसरे के साथ वक्त बिताने का यह सबसे अच्छा तरीका है जब आप घर से दूर किसी ऐसी जगह पर जाते हैं जहां कोई भी डिस्टर्ब करने वाला नहीं होता तो वहां पर सभी गिले शिकवे भुलाकर आप एक दूसरे को अपने मन की बातें कह सकते हैं और किसी समस्या के समाधान पर भी चर्चा कर सकते हैं। बेशक आपके पास वक्त थोड़ा हो मगर जितना भी हो उसको हमेशा के लिए यादगार बनाने का प्रयास करें तथा अच्छी यादें लेकर वापस लौटें।
➡️ दूसरों के सामने तारीफ करें –
मैंने देखा है कि बहुत सारे पति ऐसे होते हैं जो दूसरों के सामने अपनी पत्नी की कमियां गिनाते रहते हैं या उनकी चुगली करते हैं कि यह सही काम नहीं करती है या अच्छे से घर नहीं संभालती आदि। मगर यह करना आपके लिए किसी भी तरह से सही नहीं है क्योंकि सुनने वाला तो एक बार में सुनकर चला जाएगा लेकिन आप यह सोचिए कि आपकी पत्नी के दिल पर क्या बीत रही होगी और हो सकता है ऐसी बातें सुनने के कारण वह आपसे दूरी बनाना उचित समझे।
इसीलिए कभी भी दूसरों के सामने एक दूसरे की बुराई ना करें अगर कमियां है तो आपस में बैठकर चर्चा करें और सुलझाने का प्रयास करें। किसी अन्य व्यक्ति के सामने एक दूसरे के अच्छे-अच्छे गुणों की तारीफ करना आपके रिश्ते को और मजबूती प्रदान करता है।
➡️ वैल्यू समझें –
मान लीजिए कि हमारे पास कोई कीमती वस्तु है अभी हम उसकी वैल्यू नहीं समझ रहे हैं लेकिन जिस दिन वह हमारे हाथ से चली जाएगी उस दिन हमें उसकी कमी का एहसास होगा। ठीक ऐसे ही किसी भी रिश्ते में इंसान की मौजूदगी और गैर मौजूदगी के मामले में होता है। जो इंसान हमें प्रेम देता है हमारे लिए इतना कुछ करता है लेकिन फिर भी हम उसकी इज्जत नहीं करते तो उसके चले जाने के बाद हमें उसकी कमी बहुत खलती है और फिर हम अफसोस करते हैं कि काश मैंने ऐसा ना किया होता।
इसीलिए समय रहते पति-पत्नी एक दूसरे की कद्र करें। देखिए छोटे-मोटे झगड़ा तो होते रहते हैं जिनको आपसी समझ से सुलझाया जा सकता है। किसी के बहकावे में आकर या अपनी गलत मानसिकता के कारण एक दूसरे पर दोषारोपण करने की बजाय एक दूसरे का सम्मान करें। यह रिश्ता आपको निभाना है और इसे अच्छा करने के लिए हमेशा प्रयास करते रहिए।
➡️ गलतियां स्वीकारें और माफ करें –
ऐसा नहीं हो सकता कि हर इंसान अपने आप में परफेक्ट और उससे कभी भी गलती ना हो। अगर आप किसी भी रिश्ते को बरकरार रखना चाहते हैं तो एक दूसरे की कमियों को भी स्वीकार करना होगा और माफ भी करना सीखना होगा। मान लीजिए एक औरत दिन भर घर के सारे काम करती है तो स्वाभाविक है कि कभी-कभी उससे गलती हो जाती है और ऐसी चीजों के लिए आप उससे लड़ाई झगड़े पर उतारू हो जाते हैं तो यह आपकी खराब मानसिकता की निशानी है कि आपके अंदर स्वीकार करने और माफ करने की हिम्मत नहीं है।
चार लोग क्या कहेंगे, इस बात की फिक्र छोड़कर अपने रिश्ते में आजादी, प्रेम, साथ, विश्वास आदि चीजें भरने का प्रयास करें।
ऊपर लिखी गई सभी बातें पति और पत्नी दोनों पर समान रूप से लागू होती हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि अगर आप इनको अपने जीवन में अप्लाई करेंगे तो बहुत ही जल्द अपने रिश्ते को महकता हुआ देखेंगे।
धन्यवाद 🙏