सभी पेरेंट्स से मैं एक सवाल पूछना चाहती हूं (Parenting tips) कि कोई भी काम करने से पहले अगर आपका दिमाग किसी वजह से खराब हो जाए या लड़ाई झगड़ा हो जाए तो क्या आपका मन उस काम को करने में लगेगा ? लगभग सभी पेरेंट्स का जवाब नहीं में होगा क्योंकि जब तक हमारी ऊर्जा, हमारा मन सही नहीं होगा, हम अपने काम से मनचाहे रिजल्ट हासिल नहीं कर सकते।
अगर हमारे ऊपर इस चीज का इतना असर पड़ रहा है तो सोच कर देखिए बच्चों का मन इससे कितना प्रभावित होता होगा। आज फिर से एक नए विषय पर हम बात करने जा रहे हैं जिसमें आप जानेंगे कि ऐसी कौन सी परिस्थितियां हैं जहां पर कभी भी आपको अपने बच्चों को नहीं डांटना चाहिए।
➡️ भोजन करते समय –
मुझे वह दिन आज भी याद है जब थाली में भोजन लेकर मैं बैठी ही थी और जैसे ही मैं निवाला मुंह में डालने लगी तभी एकदम से मेरा पिताजी आए, मुझे बहुत बुरी तरह से किसी बात को लेकर डांटना शुरू कर दिया। मैंने रोटी का वह टुकड़ा थाली में रख दिया और बिना कुछ खाए कॉलेज के लिए निकल पड़ी। वह मेरे लिए एक खराब अनुभव था क्योंकि भोजन करते समय हमारा मन बिल्कुल सही होना चाहिए और पूरा ध्यान उसी पर एकाग्र होना चाहिए।
अगर आप अपने बच्चों को भोजन करते समय अपशब्द बोलने हैं या उसे चुभने वाली बात बोलते हैं तो यह आपकी निम्न स्तर की मानसिकता का परिणाम है। पेरेंट्स और बच्चों में गैप ना आए इसके लिए आपको इन छोटी-छोटी चीजों का बहुत ध्यान रखना होगा।
➡️ स्कूल जाने से पहले –
आज से लगभग एक हफ्ते पहले की बात है जब किसी काम से मैं पड़ोस वाली आंटी के घर गई थी। मैंने देखा कि उनका 11 साल का बेटा स्कूल की ड्रेस पहनकर तैयार बैठा था लेकिन वह रो रहा था। मैंने उनसे पूछा कि आज इसको क्या हो गया तो उन्होंने कहा क्योंकि यह पढ़ाई में इंटेलिजेंट नहीं है तो इसके पापा इसको भला बुरा कह रहे थे और इसको थप्पड़ मार दिया। वह सब सुनकर मैं इस सोच में पड़ गई कि ऐसे लोग अपने बच्चों की कामयाबी में खुद ही रुकावटें पैदा कर रहे हैं और आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यह सिर्फ एक घर की नहीं बल्कि बहुत सारे परिवारों की कहानी है जहां पर बच्चों को प्रेम नहीं मिलता।
बेहतर होगा कि पेरेंट्स इस तरह से पेश आकर बच्चों में नफरत के भाव पैदा ना करें तथा उनको समझाने की बजाय सबसे पहले समझने का प्रयास करें।
➡️ रिश्तेदारों या बच्चे के दोस्तों के सामने –
अधिकतर पेरेंट्स रिश्तेदारों के सामने अपने बच्चे की पढ़ाई या उसकी शारीरिक बनावट को लेकर शिकायतें करते रहते हैं या ऐसा कहें कि टिप्पणी कसते रहते हैं। मगर वो यह नहीं सोचते कि इस बात का बच्चे पर क्या असर पड़ता है क्योंकि एक बच्चे को भी चाहिए कि उसके पेरेंट्स उसके साथ इज्जत से पेश आएं।
अगर बच्चे से कोई गलती हो जाती है तो सबसे बेहतर यही होगा कि उसको अकेले में समझाने का प्रयास करें ना की उसके दोस्तों या रिश्तेदारों के सामने उसकी बेइज्जती करें। हो सकता है आप एक बार के लिए अपना गुस्सा निकाल दें मगर यह चीज बच्चे को बहुत ज्यादा परेशान करती है। बेशक आप दूसरों के सामने बच्चे की बहुत ज्यादा तारीफ ना करें मगर कम से कम उसकी बुराई करने से भी बचें।
➡️ एग्जाम से पहले –
एक बार मेरी फ्रेंड को गांव से बहुत दूर एग्जाम देने जाना था मगर उससे ठीक 1 दिन पहले शाम को उनके घर में किसी बात को लेकर लड़ाई झगड़ा हो गया और उसको बहुत बुरी बातें सुनाई पड़ी। जिसके कारण अगले पूरे दिन तक वो बातें उसके दिमाग में घूम रही थी और उसका एग्जाम भी अच्छा नहीं गया। अगर उसकी जगह मैं होती तो बिल्कुल वैसा ही मेरे साथ होता।
बहुत सारे पेरेंट्स अपने बच्चों को कहते हैं कि अच्छे से पेपर देकर आना, अगर कम नंबर आए तो अपना हिसाब लगा लेना। इस तरह की बातें सुनकर उनके मन में यही ख्याल आता है कि मेरे पेरेंट्स को मेरी मेहनत पर भरोसा नहीं है बल्कि उनको किसी भी हालत में रिजल्ट से मतलब है। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो कहीं ना कहीं सही परवरिश से भटक रहे हैं।
पेरेंट्स को अपने बच्चों को कहना चाहिए कि बेटा तुम फेल हो या पास हो यह परमात्मा के हाथ में है मगर तुमने जितनी मेहनत की है उसके अनुसार अपना हर संभव प्रयास करते रहना। सोच कर देखिए यह मोटिवेशन उनके लिए कितना बड़ा काम करेगा।
➡️ सोने से पहले –
अच्छी नींद लेने के लिए हमारे मन का सही होना बहुत जरूरी है। मगर सोच कर देखिए आप बच्चे को सोने से पहले बुरी तरह से किसी बात को लेकर डांटने लगे और बच्चा रोने लगा। हो सकता है उसके मन में आपके प्रति बहुत सारे नकारात्मक विचार भी आए होंगे और इन्हीं विचारों के साथ वह गहरी नींद में सो जाता है। मगर सुबह जैसे ही उठता है तो उसके मन में वही सारी बातें वापस आ जाती हैं।
बच्चों के मस्तिष्क को पेरेंट्स से प्रेम और इज्जत रूपी भोजन चाहिए। इसलिए उनके साथ सोने से पहले का समय प्रेम पूर्वक बिताएं और सुबह ऐसे शब्द बोलकर जगाएं कि उनका मन खुश हो जाए और पूरा दिन इसी एहसास के साथ जीएं।
उम्मीद करती हूं यह आर्टिकल आपको पसंद आया और आप इन बातों पर काम करने की पूरी कोशिश करेंगे। धन्यवाद 🙏