किसी भी फेस्टिवल में अगर बच्चे शामिल नहीं होते तो वह त्यौहार फीका सा पड़ जाता है जैसे दिवाली (Diwali) को खास रूप से बच्चे बड़ी धूमधाम से मनाते हैं लेकिन कई बार हम बड़ों या बच्चों को हादसों का शिकार होते भी देखते हैं। ऐसे में पेरेंट्स को चाहिए कि वो अपने बच्चों के लिए विभिन्न तरह की सावधानियां जरूर बरतें ताकि थोड़ी सी सूझबूझ आपके बच्चे को किसी भी छोटे-मोटे हादसे का शिकार ना बनने दे।
➡️ खानपान का ध्यान –
मुझे याद है पिछले कई सालों से मेरे अंकल जी घर पर ही विभिन्न तरह की मिठाइयां तैयार करते हैं जिसके कारण हमें बाहर की चीजें नहीं लानी पड़ती और सीमित मात्रा में खाने के कारण स्वास्थ्य भी खराब नहीं होता।
खाने पीने की चीजों को लेकर आपको बहुत ही सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि कई बार दुकानदार किसी फेस्टिवल का फायदा उठाकर अपनी पुरानी मिठाईयों को बेचने की कोशिश करते हैं या हो सकता है वह शुद्ध पदार्थ से ना बनी हो लेकिन बच्चे इस बात की परवाह किए बिना खाने पर ही ध्यान देते हैं। अगर हो सके तो पेरेंट्स घर पर ही विभिन्न तरह के पकवान तैयार कर लें या बहुत ज्यादा मात्रा में ऐसी चीजें ना खरीदें जो बच्चों और आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
➡️ सही तरीका बताएं –
कई बच्चे अज्ञानतावश या अपनी शरारतों के कारण खुद को नुकसान पहुंचा लेते हैं लेकिन पेरेंट्स अगर बच्चों को पटाखे चलाने के सही तरीके बताएं तो वो अपने आप को सेफ रख सकते हैं।
आज से लगभग 2 साल पहले हमारे पड़ोस का एक बच्चा जमीन पर रखकर पटाखे चला रहा था लेकिन उसे सही तरीका नहीं पता था तो वह उसके ऊपर झुक कर उसको जलाने की कोशिश कर रहा था इतने में एकदम से पटाखा चल गया और उसकी आंख के थोड़ा सा नीचे एक छोटा सा कंकड़ लग गया। सौभाग्यवश उसकी आंख को तो कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन आपके बच्चे अगर ऐसा करते हैं तो उनको समझाते हुए सही तरीका बताएं ताकि उनके साथ ऐसा ना हो।
➡️ बच्चे को अकेला ना छोड़ें –
वैसे देखा जाए तो दिवाली पर दिये जलाने का काम घर के बड़े लोगों का होता है मगर कई बार छोटे बच्चे जिद्द करने लगते हैं कि हमें भी अपने पसंदीदा दिये जलाने हैं। यह काम भूलकर भी अपने बच्चों को अकेले में ना करने दें क्योंकि बच्चे सोचते हैं कि यह बिल्कुल ही आसान काम है लेकिन मोमबत्ती पकड़ने या दिये जलाने में बच्चों से गलती होना स्वाभाविक है। इस तरह के काम या पटाखे चलाते समय बच्चों के इर्द-गिर्द ही रहें ताकि वो आपकी देखरेख में गतिविधियां कर सके।
घर को और भी खूबसूरत बनाने के लिए कई लोग विभिन्न तरह की छोटी-छोटी लाइटों को दीवारों पर लटका देते हैं। ऐसे में पेरेंट्स को चाहिए कि बच्चों को उन लाइटों को ना छूने दें।
➡️ थोड़ा सीरियस होना सिखाएं –
अक्सर बड़े लोग एक दूसरे पर या दूसरे लोगों के घरों में पटाखे छोड़ने की कोशिश करते हैं जिनको देखकर छोटे बच्चे भी ऐसा करने करने लगते हैं। पहली बात यह ध्यान रखनी आवश्यक है कि अगर आप पेरेंट्स हैं तो खुद ऐसी हरकतें कभी भी ना करें और अपने बच्चे को भी समझाएं कि यह मजाक उनके लिए कितना भारी पड़ सकता है।
इस तरह की छोटी-छोटी सावधानियां और सूझ बूझ के साथ आप किसी भी त्यौहार को अपने परिवार के साथ खुशियों से मना सकते हैं। उम्मीद करती हूं कि यह आर्टिकल आपको हेल्पफुल लगा। बहुत-बहुत आभार 🙏