दोस्तों, हो सकता है कि आप बहुत ही कम शब्दों में children’s day poem ढूंढ रहे हैं क्योंकि 14 November आने को कुछ ही दिन बाकी है। इसलिये आज के इस आर्टिकल में मै आपको बताने जा रही हूं सबसे आसान कविता , जिसे आप children’s day पर बच्चों से बुलवा सकते हैं।
Children’s Day Poem
सपनों के पँख लगने दो
खुले आकाश में उड़ने दो
बात बात पर मत रोको
हमको भी कुछ करने दो
तुमने जी लिया अपना बचपन
अब हमें बचपन जीने दो
बाद में सारे बिछड़ जाएंगे
साथ दोस्तों के खेलने दो
भेड़ चाल नहीं बनना हमको
सोच हमारी बदलने दो
बस पढ़ने रहते सारे बच्चे
हमें लकीर से हटकर चलने दो
बिन खाद पानी मुरझा जाएंगे
समय पर फूल खिलने दो
ज़िंदगी पल पल बीत रही है
नया सवेरा होने दो
बांटने से कुछ घटता नहीं
खुशियाँ, चीजें, प्यार बाँटने दो
भगवान ने ज़िंदगी खूबसूरत दी है
इस खूबसूरती को फैलाने दो
निष्कर्ष – मुझे उम्मीद है कि यह छोटी सी children’s day poem आपको पसंद आई होगी। जब आप बच्चों पर मेहनत करके उनकी जबरदस्त तैयारी करवाते हैं तो उनकी परफॉरमेंस में भी सुधार आता है और बच्चे कॉन्फिडेंस के साथ बोलना सीखते है।
बहुत बहुत धन्यवाद 🙏