कौन सी कमियां Good Parents बनने से रोकती है

क्या आपको पता है अधिकतर पेरेंट्स (Parents) बेहतर परवरिश करने की हर संभव कोशिश करते हैं। मगर इसके बावजूद भी ऐसी क्या कमियां रह जाती है जो उनको सही रिजल्ट नहीं देती। आईए जानते हैं इस आर्टिकल में कि ऐसी कौन सी कमियां हैं आपको अच्छे पेरेंट्स बने से रोक रही है और भविष्य में आपको ऐसी गलतियां करने से बचना चाहिए।

➡️ धैर्य ना होना –

कहा जाता है कि धैर्य सफलता की कुंजी है चाहे आप बच्चों की बेहतर परवरिश करने को अपनी सक्सेस मानते हैं। मैं आपको अपने जीवन की एक घटना बताती हूं।

कुछ महीने पहले मैं परिवार के साथ केदारनाथ की यात्रा करने गई थी। क्योंकि उस सीजन में भीड़ बहुत ज्यादा होती है और इतनी ऊंची चढ़ाई करते-करते पैर भी थक जाते हैं इसलिए बीच-बीच में रूक कर थोड़ा आराम करना भी जरूरी होता है। कोई ठीक सी जगह देख कर मैं वहां पर बैठ गई। दो-चार मिनट ही हुए थे कि मेरे सामने से एक बच्चा और उसके पिताजी गुजर रहे थे। अचानक उस बच्चे के हाथ से पानी की बोतल नीचे गिर गई। उसके पिता ने उसे एक थप्पड़ मारा और डांटते हुए कहा कि ध्यान से नहीं चल सकता, जल्दी से अब इस बोतल को उठा ले। उस बच्चे ने बड़ी ही मासूमियत के साथ कहा कि पापा मैंने जानबूझकर तो नहीं गिराई ना।

इस दृश्य को देखकर मुझे मन ही मन बड़ा दुख हुआ कि आजकल पेरेंट्स में धैर्य की बहुत कमी है। आप सोच कर देखिए क्या उस बच्चे के साथ ऐसा करना उचित था या फिर क्या उसको बोतल गिराने में सुकून मिल रहा था। नहीं बिल्कुल नहीं। अगर आप पेरेंट्स है तो आपके अंदर पेशेंस का होना बहुत जरूरी है और बच्चे के प्रति एकदम से कोई भी प्रतिक्रिया करने से पहले या उसके साथ बुरा सलूक करने से पहले एक बार थोड़ा सा जरूर सोचें कि क्या सच में ऐसा करना जरूरी है या इसके बिना भी काम चल सकता है।

➡️ Acceptance की कमी –

बहुत बार हम देखते हैं कि पैरंट्स बदलते समय को स्वीकार नहीं कर पाते क्योंकि वो सोचते हैं कि उनके जमाने का समय अच्छा था और वो अपने बच्चों को भी इसी के अनुसार चलने के लिए दबाव डालते हैं।

आज बदलते टाइम में सही गलत सभी चीजें हो रही है मगर माता-पिता के तौर पर अगर आपको कुछ चीजें बदलना बच्चों के हित में लगती है तो ऐसा करने से पीछे ना हटे। जरूरी नहीं जमाने के अकॉर्डिंग अपनी सोच चेंज करना हर बार गलत हो।

यह आपके लिए कई अवसर भी पैदा करते हैं जैसे स्टडी करने के नए तरीके आ चुके हैं, स्किल सीखने के बहुत सारे तरीके हैं आदि। जिन बच्चों के पेरेंट्स इस बात को समझते हैं उनके बच्चे आज इस चीज का बहुत फायदा भी उठा रहे हैं।

➡️ गिनाने की आदत –

सबसे पहले तो आपको यह समझना होगा कि अगर आपने एक बच्चे को जन्म दिया है तो उसके प्रति जिम्मेदारियां भी आप ही की बनती हैं।

मैंने देखा है बहुत सारे पेरेंट्स अपने बच्चों को यह कहते रहते हैं कि हमने तुम्हारे लिए यह किया, वह किया, बहुत कष्ट सहन किया आदि। इस तरह की बातें सुनकर बच्चे को यह लगता है कि वह आपके ऊपर बोझ है। पेरेंट्स को शब्दों का चुनाव करते समय बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर बच्चे को प्रेम चाहिए तो उसे प्रेम दीजिए, ना कि ऐसा कहें कि सब कुछ तो तुम्हें घर बैठे मिल रहा है आखिर किस चीज की कमी है तुम्हें।
ध्यान रखें कि आपके प्यार की कमी भौतिक वस्तुएं पूरी नहीं कर सकती।

➡️ समझ की कमी –

पहले के जमाने में लोगों को इतनी समझ नहीं होती की होती थी कि बच्चों की परवरिश किस तरीके से की जाए या उनको अपनी फील्ड में आगे कैसे बढ़ाया जाए, उनको कामयाब करने के तरीके कौन से हैं क्योंकि पहले इतने संसाधन भी नहीं होते थे और बच्चे भी बिना ज्यादा देखभाल के बड़े हो जाते थे।

मगर दुर्भाग्यवश आज के टाइम में पढ़े-लिखे पेरेंट्स भी ना जाने क्यों बेहोशी में जीते हैं। वो इस तरफ ध्यान ही नहीं देते कि बच्चे को असल में जरूरत किस चीज की है।

मोबाइल देना, टीवी देखने देना, उनकी हर डिमांड पूरी करना, पैसे देना सिर्फ यह चीज ही काफी नहीं है। एक बच्चे को भी अटेंशन चाहिए उसको भी प्यार और इज्जत चाहिए। अगर आप इस बात को समझते हैं तो बेशक आप बहुत अच्छे पेरेंट्स बन पाएंगे।

मैं उम्मीद करती हूं कि आप इन सब बातों पर गौर करेंगे और भविष्य में ऐसी गलतियां करने से बचेंगे। शुक्रिया 🙏

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